नमस्कार!
आज हम आपको वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple के दर्शन कराएंगे, जो कर्नाटक राज्य के चिकमंगलूर जिले में स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और होयसल साम्राज्य द्वारा निर्मित 12वीं शताब्दी के स्थापत्य का एक उत्कृष्ट नमूना है।
वीर नारायण मंदिर अपनी भव्य मूर्तियों, जटिल नक्काशी और समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है।
यहाँ सूर्य किरणें विष्णु से कैसे मिलती हैं?
यह मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का गर्भगृह इस प्रकार बनाया गया है कि वसंत विषुव (21 मार्च) को सूर्य की किरणें सीधे भगवान विष्णु की मूर्ति पर पड़ती हैं। यह एक अद्भुत दृश्य है जो भक्तों को आकर्षित करता है।
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple, कर्नाटक के चिकमगलूर जिले में स्थित, 1200 ईस्वी के आसपास बनाया गया एक होयसल शैली का हिंदू मंदिर है। यह एक त्रिकूट मंदिर है, जिसका अर्थ है तीन गर्भगृह – एक भगवान विष्णु को, दूसरा गोपाल को और तीसरा योग नरसिंह को समर्पित।
मंदिर अपने 108 जटिल नक्काशीदार खंभों और हिंदू किंवदंतियों को दर्शाने वाली छत कला के लिए प्रसिद्ध है। यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित एक राष्ट्रीय स्मारक है।
वीर नारायण मंदिर कहा है | Where is Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple, भारत के कर्नाटक राज्य में चिकमगलूर जिले के एक छोटे से गाँव बेलावाड़ी में स्थित है।
वीर नारायण के मंदिर पर केसे पहुँचने | How To Reach Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple तक पहुंचने के लिए कई तरीके हैं, आप अपनी यात्रा के लिए सबसे सुविधाजनक विकल्प चुन सकते हैं:
- सड़क मार्ग : सबसे आम तरीका सड़क मार्ग से जाना है। यदि आप किसी बड़े शहर से आ रहे हैं, तो आप चिकमगलूर या हासन तक टैक्सी या बस ले सकते हैं। वहां से, आप बेलावाड़ी के लिए एक ऑटोरिक्शा या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।
- रेल मार्ग : निकटतम रेलवे स्टेशन चिक्कमगलूर में है, जो मंदिर से लगभग 20 किमी दूर है। स्टेशन से, आप मंदिर तक पहुँचने के लिए टैक्सी या ऑटोरिक्शा किराए पर ले सकते हैं।
- वायु मार्ग : निकटतम हवाई अड्डा मैसूर हवाई अड्डा (MYSORE) है, जो मंदिर से लगभग 190 किमी दूर है। हवाई अड्डे से, आप टैक्सी किराए पर लेकर चिकमगलूर या हासन जा सकते हैं, जहाँ से आप आगे ऑटोरिक्शा या टैक्सी ले सकते हैं।
वीर नारायण मंदिर की यात्रा
वीर नारायण मंदिर चिकमंगलूर, कर्नाटक में स्थित है। यह बेंगलुरु से 200 किलोमीटर और मैसूर से 150 किलोमीटर दूर है। मंदिर बस और ट्रेन द्वारा आसानी से सुलभ है।
मंदिर का समय:
- सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है।
- शुल्क: प्रवेश शुल्क ₹ 30 है।
- मंदिर जाने के लिए सोमवार का दिन चुने से बचें क्योंकि यह साप्ताहिक अवकाश होता है।
- आरामदायक जूते पहनकर जाएं क्योंकि परिसर में घूमना होगा।
- मंदिर में फोटोग्राफी की अनुमति है, लेकिन फ्लैश का प्रयोग न करें।
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple कला, इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक अवश्य देखने योग्य जगह है।
वीर नारायण मंदिर : इतिहास का रहस्य | Veer Narayan Temple : Mystery of History
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple, कर्नाटक के चिकमगलूर जिले के एक छोटे से गाँव बेलावाड़ी में स्थित एक आश्चर्यजनक मंदिर है। यह मंदिर अपनी जटिल होयसल वास्तुकला और कलात्मक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसका इतिहास उतना ही रहस्यमय है जितना इसका वैभव। इस लेख में, हम वीर नारायण मंदिर के पीछे की कहानियों और किंवदंतियों को explore करेंगे।
होयसल साम्राज्य का स्थापत्य चमत्कार | Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple सबसे व्यापक रूप से स्वीकृत मान्यता यह है कि वीर नारायण मंदिर का निर्माण होयसल साम्राज्य द्वारा 1200 ईस्वी के आसपास करवाया गया था। मंदिर की जटिल वास्तुकला शैली, जिसमें तारे के आकार की रूपरेखा और सजावटी विवरण शामिल हैं, इस सिद्धांत का समर्थन करती है।
होयसल वास्तुकला के अन्य उदाहरणों की तरह, वीर नारायण मंदिर भी शिल्प कौशल का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर में 108 जटिल रूप से नक्काशीदार खंभे हैं, जिनमें से प्रत्येक पर देवी-देवताओं और पौराणिक कथाओं के चित्र हैं।
विस्तार और अनिश्चितता का दौर | Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple ऐतिहासिक साक्ष्य बताते हैं कि मंदिर का निर्माण चरणों में हुआ होगा और समय के साथ इसका विस्तार किया गया होगा। हालांकि, मंदिर को लेकर कुछ अनिश्चितताएं भी हैं। माना जाता है कि 14वीं शताब्दी में कभी इसे क्षति पहुँची थी।
मंदिर की कुछ विशेषताएं, जैसे मुख्य संरचना में किए गए सरल परिवर्धन, संभवतः इस अवधि के बाद सुरक्षा के लिए जोड़े गए थे। साथ ही, मंदिर में ऐसा कोई शिलालेख नहीं है जो निश्चित रूप से इसके मूल या इसे बनवाने वाले व्यक्ति को साबित करे।
महाभारत से जुड़ाव | Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple स्थानीय लोककथा वीर नारायण मंदिर को महाभारत के महाकाव्य से जोड़ती है। किंवदंती कहती है कि पाँच पांडव भाइयों में से एक, भीम ने यहीं राक्षस बकासुर का वध किया था। कुछ लोगों का मानना है कि इसी जीत के उपलक्ष्य में यह मंदिर बनाया गया होगा।
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वीर नारायण मंदिर के आसपास घूमने के स्थान | Places to Visit Around Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple, कर्नाटक के चिकमगलूर जिले के एक छोटे से गाँव बेलावाड़ी में स्थित है। Veer Narayan Temple अपने आप में एक शानदार जगह है, लेकिन अगर आप अपनी यात्रा का विस्तार करना चाहते हैं, तो आसपास घूमने के लिए कुछ दिलचस्प स्थान भी हैं। आइए कुछ ऐसे ही स्थानों पर एक नज़र डालते हैं:
1. हलेबिडु | Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple हलेबिडु, बेलावाड़ी से लगभग 12 किमी दूर स्थित है, जो कभी होयसल साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था। यह खूबसूरत मंदिरों का घर है, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध होयसलेश्वर मंदिर और कedaनाथ मंदिर हैं। ये मंदिर वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple के समान होयसल वास्तुकला शैली के शानदार उदाहरण हैं। हलेबिडु में आप पुराने मंदिरों के खंडहरों और पुरातात्विक संग्रहालय को भी देख सकते हैं।
2. बेलूर | Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple बेलूर, हलेबिडु से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और इसे होयसल साम्राज्य की दूसरी राजधानी माना जाता था। यहां का मुख्य आकर्षण है चennakeshava मंदिर, जो होयसल वास्तुकला का एक और उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर अपनी जटिल नक्काशी और मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। बेलूर में आप Kappe Chennkeshava मंदिर और Halebidu संग्रहालय भी देख सकते हैं।
3. चिकमगलूर | Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple चिकमगलूर, कर्नाटक में पहाड़ियों की तलहटी में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो प्रकृति की गोद में कुछ शांत समय बिताना चाहते हैं। चिकमगलूर अपनी कॉफी के बागानों के लिए प्रसिद्ध है, और आप यहां कॉफी बनाने की प्रक्रिया को देख सकते हैं और ताज़ी पीस भी ले सकते हैं।
इसके अलावा, आप यहां Mullayanagiri Peak (कर्नाटक की सबसे ऊँची चोटी), Hirekallu Gudda (पैराग्लाइडिंग के लिए प्रसिद्ध), और Jhari Waterfalls जैसे प्राकृतिक स्थलों की भी सैर कर सकते हैं।
4. श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर (जय श्री हरि)
श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर तीन हेक्टेयर में बना विशाल मंदिर. यहां कई मंदिर और झरने हैं. साथ ही, एक बगीचा भी है. यह मंदिर वीर नारायण मंदिर से 1.5 किलोमीटर दूर है. Google Map पर इसकी रेटिंग 4.6 है.
वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple इन स्थानों के अलावा, आप आसपास के गांवों में घूम सकते हैं और स्थानीय संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं। आप कुछ कन्नड़ व्यंजनों का स्वाद भी ले सकते हैं। वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple की यात्रा को आसपास के इन स्थानों की खोज के साथ जोड़कर आप अपनी यात्रा को और भी यादगार बना सकते हैं।
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Sunil Athwal
FAQS
वीर नारायण मंदिर कहाँ स्थित है ? | Veer Narayana Temple kaha sthit hai ?
Ans: वीर नारायण मंदिर | Veer Narayan Temple, कर्नाटक के चिकमगलूर जिले के बेलावाड़ी नामक गाँव में स्थित है।
वीर नारायण मंदिर किस शैली में बना है ? | Veer Narayana Mandir kis shaili mein bana hai ?
Ans: होयसल शैली (Hoyasala Shaili)
वीर नारायण मंदिर का निर्माण किसने करवाया ?
Ans: निश्चित रूप से नहीं बताया जा सकता, लेकिन माना जाता है कि होयसल साम्राज्य द्वारा 1200 ईस्वी के आसपास करवाया गया होगा।
वीर नारायण मंदिर तक कैसे पहुँचे ?
Ans: आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग या वायु मार्ग से चिकमगलूर या हासन पहुँच सकते हैं, फिर वहाँ से ऑटोरिक्शा या टैक्सी लेकर बेलावाड़ी जा सकते हैं।
वीर नारायण मंदिर खुलने का समय क्या है ?
Ans: सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक | Veer Narayan Temple
वीर नारायण मंदिर के आसपास क्या घूम सकते हैं ?
Ans: हलेबिडु, बेलूर और चिकमगलूर (Halebidu, Belur aur Chikkamagalur)
वीर नारायण मंदिर के आसपास कहाँ रह सकते हैं ?
Ans: हलेबिडु या चिकमगलूर (Halebidu ya Chikkamagalur)
वीर नारायण मंदिर के आसपास कहाँ खा सकते हैं ?
Ans: हलेबिडु में रेस्टोरेंट के सीमित विकल्प हैं, वहीं चिकमगलूर में विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसने वाले रेस्टोरेंट मिल सकते हैं।
वीर नारायण मंदिर से जुड़ी कौन सी किंवदंतियां हैं ?
Ans: एक किंवदंती के अनुसार, भीम ने यहीं राक्षस बकासुर का वध किया था।