नमस्ते और स्वागत है दोस्तों! Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग बीकानेर, राजस्थान के एक शानदार गहने के रूप में है।
जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर का एक संगम है, जो राजस्थान की शानदार वास्तुकला और ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाता है। आइए, इस अद्वितीय सफर में हम इस महान दुर्ग के रहस्यमय संसार को खोजते हैं।
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर : राजस्थान का रत्न
राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित Junagarh Fort | जूनागढ़ दुर्ग, अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। 14वीं शताब्दी में राव बीका द्वारा निर्मित यह दुर्ग, वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। लाल बलुआ पत्थर से बना यह दुर्ग, राजस्थानी और मुगल शैली का अद्भुत मिश्रण दर्शाता है।
दुर्ग में कई महल, मंदिर और संग्रहालय हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। करण महल, अनूप महल, गंगा सिंह महल और बादल महल कुछ प्रमुख महल हैं। इन महलों की दीवारों पर नक्काशीदार कलाकृतियां और भित्ति चित्र देखने लायक हैं। दुर्ग में लक्ष्मी निवास मंदिर, शीश महल और गंगा गोल्डन मंदिर दर्शनीय स्थल हैं। सरदार संग्रहालय में कला, शिल्प और हथियारों का विशाल संग्रह देखने को मिलता है।
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग से बीकानेर शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। दुर्ग के चारों ओर खाई, इसकी भव्यता और सुरक्षा को दर्शाती है। यह दुर्ग बीकानेर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और हर साल लाखों पर्यटक यहां आते हैं।
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग का इतिहास : राजपूत वीरता और भव्यता की गाथा
राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित Junagarh Fort | जूनागढ़ दुर्ग, अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। 14वीं शताब्दी में राव बीका द्वारा निर्मित यह दुर्ग, राजपूत वीरता और भव्यता की गाथा कहता है।
प्रारंभिक इतिहास:
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग का निर्माण 14वीं शताब्दी में राव बीका ने करवाया था। राव बीका, जोधपुर के राठौड़ राजपूत थे और उन्होंने बीकानेर राज्य की स्थापना की थी। उन्होंने जूनागढ़ दुर्ग को अपनी राजधानी बनाया।
महत्वपूर्ण घटनाएं:
15वीं शताब्दी में, Junagarh Fort | जूनागढ़ दुर्ग पर मुगलों ने आक्रमण किया। राजपूतों ने वीरता से लड़ाई लड़ी और मुगलों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। 17वीं शताब्दी में, बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह ने दुर्ग का जीर्णोद्धार करवाया और इसे और भी भव्य बनाया।
दुर्ग की वास्तुकला:
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग लाल बलुआ पत्थर से बना है। यह दुर्ग राजस्थानी और मुगल शैली का अद्भुत मिश्रण दर्शाता है। दुर्ग में कई महल, मंदिर और संग्रहालय हैं। करण महल, अनूप महल, गंगा सिंह महल और बादल महल कुछ प्रमुख महल हैं। इन महलों की दीवारों पर नक्काशीदार कलाकृतियां और भित्ति चित्र देखने लायक हैं। दुर्ग में लक्ष्मी निवास मंदिर, शीश महल और गंगा गोल्डन मंदिर दर्शनीय स्थल हैं। सरदार संग्रहालय में कला, शिल्प और हथियारों का विशाल संग्रह देखने को मिलता है।
जूनागढ़ दुर्ग का महत्व:
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग राजपूत वीरता और भव्यता का प्रतीक है। यह दुर्ग बीकानेर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और हर साल लाखों पर्यटक यहां आते हैं। यह दुर्ग राजस्थान के इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर का गौरव है। यह दुर्ग अपनी भव्यता, इतिहास और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यदि आप राजस्थान घूमने जा रहे हैं, तो जूनागढ़ दुर्ग जरूर देखें।
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग के रोचक तथ्य : इतिहास के रहस्यों को उजागर करते हुए
राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित Junagarh Fort | जूनागढ़ दुर्ग, अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह दुर्ग 14वीं शताब्दी में राव बीका द्वारा निर्मित किया गया था और बीकानेर रियासत की राजधानी हुआ करता था।
यहां जूनागढ़ दुर्ग के बारे में कुछ रोचक तथ्य दिए गए हैं जो इस दुर्ग के इतिहास और रहस्यों को उजागर करते हैं:
1. “जमीन का जेवर”: जूनागढ़ दुर्ग को “जमीन का जेवर” भी कहा जाता है। यह नाम इसकी भव्यता और सुंदरता को दर्शाता है।
2. 37 बुर्ज: इस दुर्ग में 37 बुर्ज हैं जो दुश्मनों से सुरक्षा के लिए बनाए गए थे। इन बुर्जों से बीकानेर शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।
3. जयमल और फत्ता: दुर्ग के प्रवेश द्वार पर जयमल और फत्ता की गजारूढ़ मूर्तियां स्थापित हैं। ये दोनों वीर योद्धा थे जिन्होंने दुश्मनों से लड़ते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी थी।
4. चांदनी रात: जूनागढ़ दुर्ग में चांदनी रात का आयोजन एक विशेष आकर्षण है। इस रात, दुर्ग को रंगीन रोशनी से सजाया जाता है और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
5. गुप्त सुरंग: कहा जाता है कि जूनागढ़ दुर्ग में कई गुप्त सुरंग हैं जो दुर्ग को अन्य स्थानों से जोड़ती हैं। इन सुरंगों का उपयोग राजा और रानी युद्ध के समय भागने के लिए करते थे।
6. जूनागढ़ दुर्ग में कई महल हैं, जिनमें करण महल, अनूप महल, गंगा सिंह महल और बादल महल प्रमुख हैं। इन महलों की दीवारों पर नक्काशीदार कलाकृतियां और भित्ति चित्र देखने लायक हैं।
7. दुर्ग में लक्ष्मी निवास मंदिर, शीश महल और गंगा गोल्डन मंदिर दर्शनीय स्थल हैं। सरदार संग्रहालय में कला, शिल्प और हथियारों का विशाल संग्रह देखने को मिलता है।
8. जूनागढ़ दुर्ग से बीकानेर शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। दुर्ग के चारों ओर खाई, इसकी भव्यता और सुरक्षा को दर्शाती है।
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग : बीकानेर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यह दुर्ग भारतीय सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे इतिहास, सांस्कृतिक और वास्तुकला के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है।
Junagarh Fort | जूनागढ़ दुर्ग का निर्माण साम्राज्यकालीन काल में हुआ था और इसे महाराजा राजा राज सिंह द्वारा बनवाया गया था। यह दुर्ग अपने भव्य और विशाल संरचना के लिए प्रसिद्ध है और इसके प्राचीन दीवारें, महल और मनमोहक स्थलों के लिए जाना जाता है।
Junagarh Fort | जूनागढ़ दुर्ग का नाम बीकानेर के महाराजा राव बीका से प्राप्त हुआ है। यह दुर्ग एक शानदार उदाहरण है राजस्थानी राजपूताना शैली की वास्तुकला का। इसकी महलों, दीवारों और दरवाजों की भव्यता दर्शाती है कि यह दुर्ग एक समृद्ध और ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है।
यहाँ पर संग्रहालयों, किलों, महलों और विभिन्न प्राचीन स्मारकों का दर्शन करने के लिए आगंतुकों को अनेक रोमांचक और शैलीशील विकल्प मिलते हैं। दुर्ग के बगीचे और वन्य जीवन के आस-पास विशाल खूबसूरती का अनुभव करने के लिए भी यहाँ पर्यटकों को अवसर मिलते हैं।
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग का यह इतिहास और विरासत पर्यटकों को उस समय की जीवनशैली, संस्कृति और कला का अनुभव कराता है जब भारतीय समाज में राजपूताना संस्कृति का उदय हुआ था। इसलिए, Junagarh Fort | जूनागढ़ दुर्ग राजस्थान के पर्यटन स्थलों की अनगिनत धरोहरों में से एक है और आपको इसे अपनी सूची में शामिल करना चाहिए।
जूनागढ़ दुर्ग के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- यह दुर्ग अपनी भव्य वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
- दुर्ग में कई मंदिर, महल और अन्य दर्शनीय स्थल हैं।
- दुर्ग के चारों ओर एक गहरी खाई है जो इसे सुरक्षा प्रदान करती थी।
- दुर्ग के मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की एक बड़ी मूर्ति स्थापित है।
- दुर्ग के अंदर कई प्राचीन कलाकृतियां और मूर्तियां हैं।
जूनागढ़ दुर्ग में दर्शनीय स्थल:
- करण महल
- अनूप महल
- गंगा सिंह महल
- बादल महल
- शीश महल
- गंगा गोल्डन मंदिर
- लक्ष्मी निवास मंदिर
- सरदार संग्रहालय
जूनागढ़ दुर्ग कैसे पहुंचें:
- जूनागढ़ दुर्ग बीकानेर शहर के बीचोंबीच स्थित है।
- बीकानेर शहर के किसी भी स्थान से जूनागढ़ दुर्ग तक पैदल, ऑटो रिक्शा या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
जूनागढ़ दुर्ग घूमने का सबसे अच्छा समय:
- जूनागढ़ दुर्ग घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है।
- इस दौरान मौसम सुखद होता है और पर्यटन स्थलों की यात्रा करना आसान होता है।
जूनागढ़ दुर्ग घूमने के लिए टिप्स:
- जूनागढ़ दुर्ग घूमने के लिए आपको कम से कम 2-3 घंटे का समय चाहिए।
- दुर्ग में प्रवेश शुल्क ₹50 है।
- दुर्ग में फोटोग्राफी की अनुमति है।
- दुर्ग में दर्शन के लिए कोई विशेष ड्रेस कोड नहीं है।
जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह दुर्ग अपनी भव्य वास्तुकला, ऐतिहासिक महत्व और दर्शनीय स्थलों के लिए जाना जाता है। यदि आप बीकानेर घूमने जा रहे हैं, तो जूनागढ़ दुर्ग जरूर देखें।
यहाँ कुछ अन्य रोचक तथ्य दिए गए हैं:
- जूनागढ़ दुर्ग को “राजस्थान के सबसे भव्य दुर्गों में से एक” माना जाता है।
- दुर्ग में कई फिल्में और टीवी धारावाहिकों की शूटिंग हुई है।
- दुर्ग के पास कई रेस्तरां और दुकानें हैं।
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग के आस पास प्रमुख पर्यटक स्थल
यदि आप जूनागढ़ दुर्ग घूमने जा रहे हैं, तो आप आसपास के कुछ अन्य पर्यटक स्थलों पर भी जा सकते हैं। यहां जूनागढ़ दुर्ग के आसपास के कुछ प्रमुख पर्यटक स्थलों की सूची दी गई है:
1. लालगढ़ पैलेस, बीकानेर
लालगढ़ पैलेस बीकानेर, राजस्थान में स्थित एक शानदार महल है। इसका निर्माण 1902 और 1926 के बीच महाराजा गंगा सिंह ने अपनी पत्नी महारानी लक्ष्मी कुमारी के नाम पर करवाया था। महल इंडो-सरैसेनिक शैली में बना है और इसे “राजस्थान के सबसे भव्य महलों में से एक” माना जाता है।
महल में कई भव्य हॉल और कमरे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- दरबार हॉल: यह महल का सबसे बड़ा हॉल है और इसका उपयोग दरबार आयोजित करने के लिए किया जाता था।
- गंगा गोल्डन जयंती हॉल: यह हॉल महाराजा गंगा सिंह की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए बनाया गया था।
- लक्ष्मी निवास: यह महल की रानी का निवास स्थान था।
- मोती महल: यह महल अपनी नक्काशीदार मोतियों के लिए जाना जाता है।
महल के परिसर में कई अन्य दर्शनीय स्थल भी हैं, जिनमें शामिल हैं:
- गंगा गोल्डन जयंती संग्रहालय: यह संग्रहालय महाराजा गंगा सिंह और बीकानेर के इतिहास से संबंधित कलाकृतियों का प्रदर्शन करता है।
- सरदार संग्रहालय: यह संग्रहालय हथियारों और कवच का प्रदर्शन करता है।
- जूनागढ़ किला: यह किला महल के पीछे स्थित है और इसमें कई मंदिर और महल हैं।
लालगढ़ पैलेस अब एक हेरिटेज होटल है और पर्यटकों के लिए खुला है।
2. गंगा गोल्डन मंदिर, बीकानेर
गंगा गोल्डन मंदिर जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर के अंदर स्थित एक भव्य हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और सोने की पत्तियों से ढका हुआ है। मंदिर का निर्माण 1900 में महाराजा गंगा सिंह ने करवाया था।
यहाँ गंगा गोल्डन मंदिर की कुछ विशेषताएं दी गई हैं:
- मंदिर का गर्भगृह सोने की पत्तियों से ढका हुआ है।
- मंदिर में भगवान विष्णु की एक विशाल मूर्ति स्थापित है।
- मंदिर की दीवारों पर नक्काशीदार कलाकृतियां और भित्ति चित्र हैं।
- मंदिर के फर्श संगमरमर के बने हैं।
- मंदिर के चारों ओर एक बड़ा आंगन है।
गंगा गोल्डन मंदिर दर्शन के लिए:
- मंदिर सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।
- मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
- मंदिर में दर्शन के लिए कोई विशेष ड्रेस कोड नहीं है।
गंगा गोल्डन मंदिर कैसे पहुंचें:
- जूनागढ़ दुर्ग बीकानेर शहर के बीचोंबीच स्थित है।
- बीकानेर शहर से जूनागढ़ दुर्ग तक ऑटो रिक्शा या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
3. लक्ष्मी निवास मंदिर, बीकानेर
लक्ष्मी निवास मंदिर जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर के अंदर स्थित एक सुंदर हिंदू मंदिर है। यह मंदिर देवी लक्ष्मी को समर्पित है और अपनी भव्य वास्तुकला के लिए जाना जाता है। मंदिर का निर्माण 1900 में महाराजा गंगा सिंह ने करवाया था।
यहाँ लक्ष्मी निवास मंदिर की कुछ विशेषताएं दी गई हैं:
- मंदिर का गर्भगृह संगमरमर से बना है।
- मंदिर में देवी लक्ष्मी की एक सुंदर मूर्ति स्थापित है।
- मंदिर की दीवारों पर नक्काशीदार कलाकृतियां और भित्ति चित्र हैं।
- मंदिर के फर्श संगमरमर के बने हैं।
- मंदिर के चारों ओर एक बड़ा आंगन है।
लक्ष्मी निवास मंदिर दर्शन के लिए:
- मंदिर सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।
- मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।
- मंदिर में दर्शन के लिए कोई विशेष ड्रेस कोड नहीं है।
4. सरदार संग्रहालय, बीकानेर
सरदार संग्रहालय जूनागढ़ दुर्ग, बीकानेर के अंदर स्थित एक संग्रहालय है। यह संग्रहालय कला, शिल्प और हथियारों का विशाल संग्रह प्रदर्शित करता है।
यहाँ सरदार संग्रहालय की कुछ विशेषताएं दी गई हैं:
- संग्रहालय में कलाकृतियों का विशाल संग्रह है, जिसमें पेंटिंग, मूर्तियां, और हस्तशिल्प शामिल हैं।
- संग्रहालय में हथियारों का एक बड़ा संग्रह भी है, जिसमें तलवारें, बंदूकें, और तोपें शामिल हैं।
- संग्रहालय में बीकानेर के इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी प्रदर्शित करने वाली कई प्रदर्शनियां हैं।
सरदार संग्रहालय देखने के लिए:
- संग्रहालय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
- संग्रहालय में प्रवेश शुल्क ₹50 है।
- संग्रहालय में फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है।
सरदार संग्रहालय कैसे पहुंचें:
- जूनागढ़ दुर्ग बीकानेर शहर के बीचोंबीच स्थित है।
- बीकानेर शहर से जूनागढ़ दुर्ग तक ऑटो रिक्शा या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
सरदार संग्रहालय, जूनागढ़ दुर्ग का एक प्रमुख आकर्षण है। यह संग्रहालय कला, शिल्प और हथियारों का विशाल संग्रह प्रदर्शित करता है। यदि आप बीकानेर घूमने जा रहे हैं, तो सरदार संग्रहालय जरूर देखें।
यहां कुछ अन्य रोचक तथ्य दिए गए हैं:
- सरदार संग्रहालय की स्थापना 1900 में महाराजा गंगा सिंह ने की थी।
- संग्रहालय का नाम बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह के पुत्र सरदार सिंह के नाम पर रखा गया है।
- संग्रहालय में कलाकृतियों का संग्रह भारत के विभिन्न राज्यों और विदेशों से आया है।
5. जूनागढ़ किले के महल
करण महल जूनागढ़ किले में सबसे पुराने महलों में से एक है। इसका निर्माण 16वीं शताब्दी में राव करण सिंह ने करवाया था। यह महल अपनी लकड़ी की नक्काशी और भित्ति चित्रों के लिए जाना जाता है।
अनूप महल जूनागढ़ किले का सबसे भव्य महल है। इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में महाराजा अनूप सिंह ने करवाया था। यह महल अपनी सुंदर वास्तुकला और नक्काशीदार कलाकृतियों के लिए जाना जाता है।
शीश महल जूनागढ़ किले का एक सुंदर महल है। इसका निर्माण 18वीं शताब्दी में महाराजा सूरज सिंह ने करवाया था। यह महल अपनी शीशे की दीवारों और छत के लिए जाना जाता है।
बादल महल जूनागढ़ किले का एक अनोखा महल है। इसका निर्माण 19वीं शताब्दी में महाराजा गंगा सिंह ने करवाया था। यह महल अपनी बादलों जैसी नक्काशीदार छत के लिए जाना जाता है।
गंगा सिंह महल जूनागढ़ किले का सबसे नया महल है। इसका निर्माण 20वीं शताब्दी में महाराजा गंगा सिंह ने करवाया था। यह महल अपनी यूरोपीय वास्तुकला और आधुनिक सुविधाओं के लिए जाना जाता है।
ये जूनागढ़ किले के कुछ प्रमुख महल हैं। इन महलों के अलावा, किले में कई अन्य दर्शनीय स्थल भी हैं, जिनमें मंदिर, संग्रहालय और उद्यान शामिल हैं।
यह भी देखें:
- जूनागढ़ किला: https://en.wikipedia.org/wiki/Junagarh_Fort
- बीकानेर: https://en.wikipedia.org/wiki/Bikaner
- राजस्थान: https://en.wikipedia.org/wiki/Rajasthan
अतिरिक्त जानकारी:
- प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए ₹50 और विदेशियों के लिए ₹300
- कैसे पहुंचें: बीकानेर शहर से ऑटो रिक्शा या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
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Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग के आसपास के प्रमुख होटल और बजट-अनुकूल स्थल
Junagarh Fort, Bikaner | जूनागढ़ दुर्ग के आसपास कई होटल और बजट के अनुकूल विकल्प हैं। यहां कुछ सबसे लोकप्रिय विकल्प दिए गए हैं:
होटल
- जूनागढ़ पैलेस होटल: यह एक विलासिता होटल है जो जूनागढ़ दुर्ग के अंदर स्थित है। होटल में शानदार कमरे और सुइट्स हैं, साथ ही एक रेस्तरां, एक बार और एक स्विमिंग पूल भी है।
- द लालगढ़ पैलेस: यह एक और विलासिता होटल है जो जूनागढ़ दुर्ग के पास स्थित है। होटल में शानदार कमरे और सुइट्स हैं, साथ ही कई रेस्तरां, बार और एक स्पा भी है।
- होटल गंगा गोल्डन: यह एक मध्य-श्रेणी का होटल है जो जूनागढ़ दुर्ग से कुछ ही मिनटों की पैदल दूरी पर स्थित है। होटल में आरामदायक कमरे और सुइट्स हैं, साथ ही एक रेस्तरां और एक बार भी है।
बजट के अनुकूल विकल्प
- राजस्थान गेस्ट हाउस : यह एक गेस्ट हाउस है जो जूनागढ़ दुर्ग से कुछ ही मिनटों की पैदल दूरी पर स्थित है। गेस्ट हाउस में बुनियादी कमरे और साझा बाथरूम हैं।
- होटल सूर्या : यह एक बजट होटल है जो जूनागढ़ दुर्ग से थोड़ी दूरी पर स्थित है। होटल में बुनियादी कमरे और संलग्न बाथरूम हैं।
- बीकानेर होटल : यह एक बजट होटल है जो जूनागढ़ दुर्ग से थोड़ी दूरी पर स्थित है। होटल में बुनियादी कमरे और संलग्न बाथरूम हैं।
आप इन वेबसाइटों पर जूनागढ़ दुर्ग के आसपास के होटलों और बजट के अनुकूल विकल्पों की खोज कर सकते हैं:
जूनागढ़ दुर्ग के आसपास के कुछ लोकप्रिय रेस्तरां:
- द लालगढ़ पैलेस: यह रेस्तरां भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजन परोसता है।
- होटल गंगा गोल्डन: यह रेस्तरां उत्तर भारतीय व्यंजन परोसता है।
- राजस्थान गेस्ट हाउस: यह रेस्तरां राजस्थानी व्यंजन परोसता है।
जूनागढ़ दुर्ग के आसपास के कुछ लोकप्रिय पर्यटन स्थल:
- गंगा गोल्डन मंदिर: यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और सोने की पत्तियों से ढका हुआ है।
- लक्ष्मी निवास मंदिर: यह मंदिर देवी लक्ष्मी को समर्पित है।
- सरदार संग्रहालय: यह संग्रहालय कला, शिल्प और हथियारों का विशाल संग्रह प्रदर्शित करता है।
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